द्वितीय पीढ़ी के कम्प्यूटर
* द्वितीय पीढ़ी के कम्प्यूटरों द्वारा ट्रांजिस्टरों (Transistors) का प्रयोग किया गया।
फलतः कम्प्यूटर काफी हल्का और छोटा हो गया।
* Punch Card की जगह Tape तथा Disk का प्रयोग शुरू हुआ, फलतः कम्प्यूटर की
गति काफी तीव्र हो गयी। अब कम्प्यूटर का संचालन अंग्रेजी भाषा में होने लगा।
* व्यवसाय तथा उद्योग में कम्प्यूटर का प्रयोग आरंभ हुआ।
* सॉप्टवेयर में कोबोल (COBOL - Common Business Oriented Language) और
फोरट्रॉन (FORTRAN- Formula Translation) जैसे उच्च स्तरीय भाषा का विकास
आई बी एम द्वारा किया गया।